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Chhattisgarh news: सीडी कांड पूर्व मुख्यमंत्री की मुश्किलें नहीं हो रही कम, सीबीआई ने दायर की रिवीजन याचिका

Bhupesh Baghel CD Kand: छत्तीगढ़ में सबसे चर्चित सीडी कांड में बरी होने के बावजूद भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब सीबीआई ने अपनी दायर रिवीजन याचिका में इसे चुनौती देते हुए, स्पेशल सीबीआई अदालत में पिटीशन दायर की है।

भूपेश बघेल का अश्लील सीडी कांड का साया पीछा नहीं छोड़ रहा है। इस मामले में अदालत ने चार मार्च को छत्तीगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बरी कर दिया था। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने राहत की सांस ली थी। अब फिर से सीबीआई ने सीबीआई की स्पेशल अदालत में रिवीजन याचिका दायर करके इस मामले को चुनौती दी है।

अब इस मामले की सुनवाई रायपुर अदालत में चार अप्रैल को होनी है। अब देखना यह होगा कि क्या पूर्व मुख्यमंत्री का यह काला साया पीछा छोड़ पाता है या नहीं।

75 लाख रुपये में डील का दावा

पूर्व मुख्यमंत्री पर लगे आरोपों के बीच अदालत ने चार मार्च को उनके खिलाफ सभी धाराएं हटा दी थी। अदालत ने कहा था कि अब उनके खिलाफ मुकदमा चलाने का कोई आधार नहीं है। अब सीबीआई ने आरोप लगाया है कि फर्जी अश्लील सीडी बनवाने के लिए कुछ लोगों के बीच एक डील हुई थी।

इसकी कीमत 75 लाख रुपये बताई जा रही है। सीबीआई ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रहे विनोद शर्मा, विजय भाटिया, विजय पांडया, कैलाश मुरारका इस मामले में अहम हैं, जबकि एक अन्य आरोपी रिंकू खनूजा भी था, जिसकी मौत हो चुकी है।

2017 में गूंजा था छत्तीसगढ़ में अश्लील सीडी कांड

छत्तीसगढ़ में अक्तूबर 2017 में एक अश्लील सीडी कांड के चर्चे हुए था। इसमें एक अश्लील वीडियो सामने आया था। लोगों ने बताया कि यह राज्य के एक पूर्व मंत्री का है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि यह आपत्तिजनक वीडियो उनके सामने भी आया है।

इसमें राज्य के मंत्री शामिल हैं। यह वीडियो क्लीप वायरल हो गई। पूर्व मंत्री ने इसका खंडन भी किया और इसे फर्जी बताया था। पूर्व मुख्यमंत्री ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी।

रायपुर के सिविल लाइन थाने में इस संबंध में एक मुकदमा दर्ज किया गया। गाजियाबाद के एक वरिष्ठ पत्रकार विनोद शर्मा को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी गिरफ्तार हुए थे।

पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री पर साजिश रचने का आरोप लगाया था। बाद में अदालत ने कहा कि इसमें पूर्व मुख्यमंत्री पर कोई आरोप साबित नहीं हुआ तो चार मार्च को उनको इस मामले में बरी कर दिया गया। अब फिर से सीबीआई ने सभी आरोपों को सच बताते हुए याचिका दायर की है।

सीबीआई का कहना है कि यह फर्जी वीडियो बनाने के लिए 75 लाख रुपये की डील हुई थी। अब इस मामले की सुनवाई चार अप्रैल को होगी। अब देखना होगा कि अदालत अब इस मामले में आगामी क्या रुख अपनाती है।

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